"सत्य एक विशाल वृक्ष है, उसकी ज्यों ज्यों सेवा की जाती है, त्यों त्यों उसमे अनेक फल आते हुए नजर आते है उनका अंत ही नहीं होता. महात्मा गाँधी"
"Truth is a large tree; as we serve it, so we get many fruits from it and there is no end to them. Mahatma Gandhi"