Hindi Thought by Chanakya (The intelligence which a repentant gain) |
"पश्चाताप करते समय व्यक्ति की जो बुद्धि होती है, वही बुद्धि गलत कार्य करने से पहले भी बनी रहे तो व्यक्ति को कभी भी जीवन में पश्चाताप न करना पड़े I चाणक्य"
"The intelligence which a repentant again if he has the same intelligence before doing a wrong deed, then he never needs to repent in life. Chanakya"