Four natural qualities of a man |
"दान देने का स्वभाव, मधुर वाणी, सब्र और उचित अनुचित की पहचान मनुष्य के स्वाभाविक गुण है, इसलिए ये चार बातें अभ्यास से नहीं आती है I चाणक्य"
"The nature of giving, kind speech, patience and fair recognition are four natural qualities of a man; therefore, they do not come with practice. Chanakya"